भूपेश सरकार अपनी कमजोरियों और बदनीयती को केन्द्र सरकार पर ना थोपे : पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल
भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने बुधवार को विधानसभा स्तरीय आयोजित आंदोलन में भूपेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है।
भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने बुधवार को विधानसभा स्तरीय आयोजित आंदोलन में भूपेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। अमर अग्रवाल ने कहा कि सरकार पहले यह बताए कि साढ़े तीन लाख मीट्रिक टन चावल कहां है। अपनी कमजोरियों और बदनीयती को केन्द्र सरकार पर ना थोपे।
प्रदेश समेत बिलासपुर विधानसभा में भी भाजपा का प्रदेश सरकार को घेरने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आंदोलन किया गया। पुराना बस स्टैण्ड स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौक पर भाजपा नेताओं समेत अमर अग्रवाल ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान अमर अग्रवाल ने कहा कि आजादी के 73 साल हो चुके हैं। लेकिन कांग्रेस ने कभी भी किसानों को केन्द्र में रखकर कोई काम नहीं किया। इस दौरान अमर अग्रवाल ने बड़ी सभा को संबोधित किया। बाद में पत्रकारों से उन्होंने बातचीत भी की।
उन्होेने कहा कि राजनीतिक कारणों से साल 2018 में कांग्रेस ने सत्ता हासिल करने बड़ी -बड़ी घोषणाओं के साथ जनघोषणा पत्र किया। कांग्रेस नेताओं ने किसानों को विश्वास दिलाने गंगाजल उठाकर कसम खाया। सरकार अब अपने वादे से हट रही है। अमर ने कहा कि सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 2500 रूपए देने का वादा किया। फिर रूपए देते समय चार किश्त कर दिया। अभी तक पिछले साल का मात्र तीन किश्त ही किसानों को मिला है। एक किश्त अभी भी बाकी है। अमर ने बताया कि सरकार रकबा कम कर किसानों से कम से कम धान खरीदना चाहती है। इसलिए बारदाना का शार्टेज किया गया है। सच्चाई तो यह है कि राज्य सरकार ने वारदाना का आर्डर ही नहीं दिया। जब आर्डर नही दिया गया तो वारदाना कहां से आएगा। अब राज्य सरकार अपनी गलती छिपाने केन्द्र सरकार पर वारदाना नहीं दिए जाने का आरोप लगा रही है।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि सरकार के दिशा निर्देशों पर ही सहकारी समितियों में जान बूझकर धान का जमाव कर परेशानियों को पैदा किया जा रहा है। जबकि राज्य सरकार के पास नान के गोदाम है। गोदाम पूरी तरह से खाली है। 35 लाख मिट्रिक टन चावल जमा किया जा सकता है। अब तो एफसीआई ने भी चावल लेने का आदेश दिया है। फिर भी किसानों का धान नहीं खरीदा जा रहा है। पिछले साल सरकार को 28 लाख मीट्रिक टन चावल गोदाम में जमा करना था। आज तक साढ़े तीन लाख टन चावल नहीं जमा किया गया है। आखिर साढे तीन लाख मीट्रिक टन चावल गया कहां। सभा के बाद अमर अग्रवाल समेत अन्य बीजेपी नेताओं ने जिला प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन पत्र दिया। सीटी मजिस्ट्रेट तुलाराम भारद्वाज ने ज्ञापन लिया।